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ईडी ने केजरीवाल के खिलाफ अदालत का रुख किया, आबकारी नीति घोटाला मामले में नियमों का पालन न करने का आरोप लगाया
एक महत्वपूर्ण घटनाक्रम में प्रवर्तन निदेशालय (ईडी) ने आबकारी नीति घोटाले से संबंधित मनी लॉन्ड्रिंग मामले में जारी समन का कथित रूप से पालन न करने के लिए दिल्ली के मुख्यमंत्री अरविंद केजरीवाल के खिलाफ कानूनी कार्रवाई की है। ईडी ने सीएम केजरीवाल के खिलाफ एक नया शिकायत मामला दर्ज किया है, जिसमें उन पर पिछले चार महीनों में पांच समन का पालन न करने का आरोप लगाया गया है।
ईडी का यह कदम आबकारी नीति घोटाले की चल रही जांच के हिस्से के रूप में आया है, जिसमें आम आदमी पार्टी के नेता मनीष सिसोदिया और संजय सिंह को पहले ही गिरफ्तार किया जा चुका है और वे वर्तमान में न्यायिक हिरासत में हैं।
एडवोकेट एसवी राजू ने एसपीपी ज़ोहेब हुसैन और साइमन बेंजामिन के साथ मिलकर राउज़ एवेन्यू कोर्ट की अतिरिक्त मुख्य मेट्रोपोलिटन मजिस्ट्रेट दिव्या मल्होत्रा के समक्ष मामले में ईडी का प्रतिनिधित्व किया। अदालत ने आगे की दलीलें 7 फरवरी के लिए निर्धारित की हैं।
सीएम केजरीवाल ने लगातार समन की वैधता को चुनौती दी है और 2 नवंबर, 21 दिसंबर, 3 जनवरी और 18 जनवरी को समन पर उपस्थित नहीं हुए। ईडी ने अब सीआरपीसी और पीएमएलए की संबंधित धाराओं के तहत एक नई शिकायत दर्ज की है, जिसमें कथित गैर-अनुपालन को उजागर किया गया है।
ईडी का मामला आबकारी नीति के इर्द-गिर्द घूमता है, जिसे एक साजिश के बहाने लागू किया गया था, ताकि खास निजी कंपनियों को थोक व्यापार से अनुचित लाभ पहुंचाया जा सके, जो कि मंत्री समूह (जीओएम) की बैठकों के आधिकारिक मिनटों में नहीं दर्शाया गया। एजेंसी का दावा है कि यह साजिश सीएम केजरीवाल और मनीष सिसोदिया की ओर से काम करने वाले विजय नायर जैसे व्यक्तियों द्वारा थोक विक्रेताओं को असाधारण लाभ मार्जिन प्रदान करने के लिए रची गई थी।
अदालती कार्यवाही आगे बढ़ेगी, जो आबकारी नीति घोटाले और इससे जुड़ी कथित धन शोधन गतिविधियों की जांच में एक महत्वपूर्ण अध्याय लिखेगी।
लेखक: अनुष्का तरानिया
समाचार लेखक, एमआईटी एडीटी यूनिवर्सिटी