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लोहेगांव-वाघोली निवासी ने सड़क की बेहतर स्थिति बहाल न करने पर नगर निगम और राजनेताओं के खिलाफ विरोध प्रदर्शन किया
लोहेगांव-वाघोली के निवासी पिछले तीन सालों से खराब सड़कों से जूझ रहे हैं। उन्होंने सड़कों को बेहतर स्थिति में लाने के लिए पुणे नगर निगम से संपर्क करने की हर संभव अपील की, लेकिन पीएमसी ने उनकी गुहार को अनसुना कर दिया।
हाल ही में निवासियों ने विरोध करने का एक नया तरीका अपनाया है जो न केवल नगर निगमों को बल्कि निर्वाचित प्रतिनिधियों को भी सबक सिखाएगा। निवासियों ने समस्या का समाधान होने तक नागरिक करों का भुगतान न करने की घोषणा की है। उन्होंने राजनेताओं को चेतावनी भी दी है कि वे वोट के लिए उनके घर न आएं क्योंकि ऐसा करने से वे उन्हें वोट देने से परहेज करेंगे।
शनिवार को स्थानीय लोगों ने नगर निगम अधिकारियों के खिलाफ प्रदर्शन किया और नारेबाजी की। एक स्थानीय निवासी ने बताया कि पीएमसी में विलय के बाद भी कुछ नहीं बदला है। इलाके में कई प्रभावशाली नेता हैं और वे हमारी समस्याओं को हल करने की जहमत नहीं उठा रहे हैं, इसलिए अगर एक महीने के अंदर समस्या का समाधान नहीं हुआ तो हम किसी को वोट नहीं देंगे। तब तक हम न तो टैक्स देंगे और न ही किसी को वोट देंगे।
पिछले साल 3.5 किलोमीटर तक घुटनों तक पानी भर जाने के कारण कैब और ऑटो ने अपने इलाके में अपनी सेवाएं देना बंद कर दिया था, जिसके बाद निवासियों ने परिवहन के लिए स्पीड बोट की मांग की थी। हालांकि, न तो नगर निगम और न ही राजनेता मदद के लिए आगे आए।
वहीं पीएमसी रोड विभाग के डिप्टी इंजीनियर ने कहा कि विलय के बाद सड़क निर्माण का काम हम पर है, लेकिन स्टॉर्मवॉटर लाइनों को लेकर भूमि अधिग्रहण के मुद्दे हैं। हमें अभी तक कोई स्पष्टता नहीं मिली है।
लेखक: पपीहा घोषाल