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बिटकॉइन अवैध है या वैध? स्पष्ट रुख अपनाएं - सुप्रीम कोर्ट
जस्टिस डीवाई चंद्रचूड़ और सूर्यकांत की बेंच ने केंद्र सरकार से बिटकॉइन पर अपना रुख साफ करने को कहा। "क्या यह अवैध है या नहीं? आपको अपना रुख साफ करना होगा।"
शीर्ष न्यायालय अजय भारद्वाज (गेनबिटकॉइन घोटाले के एक आरोपी) द्वारा दायर याचिका पर सुनवाई कर रहा था, जिसमें उसके खिलाफ दर्ज मामले को रद्द करने की मांग की गई थी। उसने मास्टरमाइंड और भाई अमित भारद्वाज के साथ मिलकर कथित तौर पर निवेशकों को भारी रिटर्न देने का वादा करते हुए एक मल्टी-लेवल मार्केटिंग स्कीम चलाई थी। घोटाले का आकार शुरू में ₹2,000 करोड़ था, जिसे बिटकॉइन के मूल्य में वृद्धि के बाद संशोधित करके ₹20,000 करोड़ कर दिया गया था।
एएसजी ऐश्वर्या भाटी ने अदालत को बताया कि मामला 87,000 बिटकॉइन से जुड़ा है और कई बिटकॉइन जारी करने के बाद भी आरोपी व्यक्ति ने सहयोग नहीं किया।
शिकायतकर्ता की ओर से पेश हुए वकील शोएब आलम ने अदालत को बताया
कि उसके पैसे छीन लिए गए थे और इसलिए उसने 2018 में एफआईआर दर्ज कराई। आरोपी व्यक्ति को गिरफ्तार कर लिया गया लेकिन जमानत के तुरंत बाद उसने शिकायतकर्ता पर हमला करने की कोशिश की और यह सीसीटीवी कैमरों में भी कैद हो गया।
न्यायालय ने आरोपी को जांच में सहयोग करने का निर्देश दिया। साथ ही, गिरफ्तारी से अंतरिम संरक्षण भी प्रदान किया।