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अंगद सिंह ने भारत से अपने निर्वासन को चुनौती देते हुए दिल्ली उच्च न्यायालय का दरवाजा खटखटाया।
मामला: अंगद सिंह बनाम भारत संघ एवं अन्य
दिल्ली उच्च न्यायालय ने बुधवार को केंद्र सरकार से अंगद सिंह की उस याचिका पर जवाब मांगा है जिसमें उन्होंने भारत से अपने निर्वासन को चुनौती दी है। सिंह अमेरिका में रहने वाले पत्रकार और वाइस न्यूज के साथ वृत्तचित्र फिल्म निर्माता हैं।
सिंह की याचिका पर न्यायमूर्ति प्रतिभा एम सिंह ने सरकार को चार सप्ताह के भीतर जवाब दाखिल करने का निर्देश दिया।
सुनवाई के दौरान केंद्र सरकार के वकील अनुराग अहलूवालिया ने कहा कि हलफनामे में उन आधारों का खुलासा किया जाएगा जिनके आधार पर याचिकाकर्ता को देश में प्रवेश से वंचित किया गया।
सिंह के पास ओवरसीज सिटीजन ऑफ इंडिया (OCI) कार्ड है और वह अमेरिकी नागरिक हैं। भारत में शाहीन बाग और किसानों के विरोध प्रदर्शनों का दस्तावेजीकरण करने के साथ-साथ उन्होंने कोविड-19 महामारी को भी कवर किया।
कोरोनावायरस की डेल्टा लहर से हुई तबाही पर बनी उनकी डॉक्यूमेंट्री के लिए उन्हें एमी के लिए भी नामांकित किया गया था।
अगस्त में सिंह को न्यूयॉर्क निर्वासित कर दिया गया। उनकी मां ने फेसबुक पर लिखा कि उनका निर्वासन उनकी पत्रकारिता का नतीजा है और वह पंजाब में रहने वाले अपने परिवार से मिलने यहां आए हैं।
सिंह ने अदालत से याचिका दायर की है कि सरकार को उन्हें भारत में प्रवेश देने से मना करने से रोका जाए, क्योंकि यह उनके मौलिक नागरिक अधिकारों का उल्लंघन है।
इसके अलावा, उन्होंने यह भी मांग की है कि सरकार द्वारा उन्हें निर्वासित करने की कार्रवाई अवैध थी, साथ ही उनसे संबंधित सभी सामग्री और डेटा का खुलासा किया जाए जो सरकार के पास हैं।