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19 वर्षीय कर्मचारी ने अपनी कंपनी के मैनेजर द्वारा परेशान किए जाने के बाद खुद को फांसी लगा ली
एक ऋण वसूली एजेंसी के 19 वर्षीय कर्मचारी ने आत्महत्या कर ली और एक सुसाइड नोट छोड़ा जिसमें कहा गया कि उसके प्रबंधक और चार अन्य कर्मचारियों ने उसे मानसिक रूप से परेशान किया।
वह साधु वासवानी चौक स्थित यश ज्योति डेब्ट कंसल्टेंसी में काम करते थे।
घोरपड़ी निवासी 19 वर्षीय आशीष कामनबोयाना वर्ष 2021 में फर्म में शामिल हुआ था। उसकी मां ने मुंडवा पुलिस को बताया कि मृतक ने 30 हजार रुपए ऑफिस के खाते में जमा करने के बजाय अपने दोस्त के बैंक खाते में ट्रांसफर कर दिए। जिसके बाद मैनेजर ऐश्वर्या जोशी ने उसे परेशान करना शुरू कर दिया। उसने आगे बताया कि 26 अक्टूबर को मैनेजर का फोन आया और उसने पूछा कि परिवार ठीक चल रहा है या नहीं। उसी दिन मृतक ने उससे पूछा कि क्या वह उसे 30 हजार रुपए उधार दे सकती है, क्योंकि वह कंपनी के खाते में वापस जमा करना चाहता था। मां ने 14 हजार रुपए में अपनी सोने की चेन गिरवी रखकर पैसे उधार लिए। मृतक और मां ने जोशी को रकम लौटा दी।
इसके बाद 28 अक्टूबर को उनके बेटे ने फोन करके बताया कि उसे परेशान किया जा रहा है। दोपहर करीब 1.15 बजे उन्हें बताया गया कि उनके बेटे ने फांसी लगा ली है और उसे मृत घोषित कर दिया गया है।
मुंडवा पुलिस ने बताया कि उन्हें एक सुसाइड नोट मिला है, जिसमें 4 सहकर्मियों और मैनेजर का नाम है। इसमें यह भी लिखा है कि 30 हजार रुपए लौटाने के बावजूद उस पर और पैसे के लिए दबाव बनाया जा रहा था। और चूंकि वह या उसकी मां अतिरिक्त पैसे का प्रबंध नहीं कर सकते थे, इसलिए वह यह कदम उठा रहा है।
प्रबंधक और अन्य चार सहकर्मियों पर भारतीय दंड संहिता की धारा 306 के तहत आत्महत्या के लिए उकसाने का मामला दर्ज किया गया है।
लेखक: पपीहा घोषाल