समाचार
SC- ओटीटी प्लेटफॉर्म पर पोर्नोग्राफी दिखाई जाती है, नियमन की जरूरत है

5 मार्च
आज सुप्रीम कोर्ट की चर्चा ओटीटी प्लेटफॉर्म्स पर सामग्री की प्रकृति के इर्द-गिर्द घूमती रही।
न्यायालय ने कहा कि आजकल ओटीटी प्लेटफॉर्म पर अश्लीलता होती है और ऐसे कार्यक्रमों की स्क्रीनिंग के लिए एक तंत्र होना चाहिए। पीठ ने केंद्र सरकार को सोशल मीडिया को विनियमित करने के लिए दिशा-निर्देश जारी करने का निर्देश दिया। न्यायालय ने बिचौलियों और डिजिटल प्लेटफॉर्म के लिए आईटी दिशा-निर्देशों पर जोर देते हुए कहा कि " हमने दिशा-निर्देशों को पढ़ा, उनमें कोई ताकत नहीं है, अभियोजन की कोई शक्ति नहीं है। वे केवल दिशा-निर्देश हैं और नियंत्रण के लिए कोई तंत्र नहीं है।"
सुप्रीम कोर्ट ने अपर्णा पुरोहित (अमेज़न प्राइम की इंडिया हेड) की अग्रिम ज़मानत याचिका पर सुनवाई की। संक्षिप्त सुनवाई के दौरान अपर्णा की ओर से पेश वकील ने कहा कि वह कंपनी में सिर्फ़ एक कर्मचारी हैं, न कि कोई एक्टर और न ही कोई प्रोड्यूसर, फिर भी उन पर देश भर में 10 मामलों में आरोप लगाए गए हैं।
केंद्र सरकार की ओर से पेश सॉलिसिटर जनरल तुषार मेहता ने कहा कि केंद्र सरकार कानून का मसौदा तैयार कर सकती है और इसे माननीय अदालत के समक्ष रख सकती है; वह सूचना प्रौद्योगिकी (मध्यस्थों के लिए दिशानिर्देश और डिजिटल मीडिया आचार संहिता) नियम, 2021 को भी रिकॉर्ड पर रखेंगे।
लेखक: पपीहा घोषाल