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शशि थरूर ने सुनंदा पुष्कर की मौत के आपराधिक मामले में बरी करने की मांग की

21 मार्च 2021
वरिष्ठ अधिवक्ता विकास पाहवा ने सुनंदा पुष्कर की मौत के आपराधिक मामले में आरोप मुक्त करने की मांग करते हुए तर्क दिया कि एकत्र की गई सामग्री शशि थरूर (उनके पति और कांग्रेस नेता) को पूरी तरह से दोषमुक्त करती है।
पृष्ठभूमि
सुनंदा पुष्कर 17 जनवरी 2014 को नई दिल्ली के एक आलीशान होटल के अपने कमरे में मृत पाई गई थीं। पुष्कर के पति शशि थरूर, जो इस मामले में एकमात्र आरोपी हैं, पर धारा 498 ए, 306 और वैकल्पिक धारा 302 के तहत आरोप लगाए गए हैं। अभियोजन पक्ष के अनुसार, पुष्कर एक स्वस्थ व्यक्ति थीं और उनकी मौत का कारण अल्प्राजोलम के सेवन के कारण विषाक्तता थी। पुष्कर को उनके पति द्वारा मानसिक क्रूरता का सामना करना पड़ा था।
तर्क
अधिवक्ता पाहवा ने तर्क दिया कि पुष्कर स्वस्थ व्यक्ति नहीं थीं; 2014 में, वह चलने में असमर्थ थीं और व्हीलचेयर पर थीं। उन्हें ऑटोइम्यून बीमारी थी। इसके अलावा, थरूर के खिलाफ किसी भी व्यक्ति द्वारा मानसिक क्रूरता की कोई शिकायत दर्ज नहीं की गई। आज तक, पुष्कर की मौत पर कोई राय नहीं दी गई है। विशेषज्ञ मौत को हत्या या आत्महत्या के रूप में स्थापित करने में विफल रहे हैं।
आगे की बहस 23 मार्च को जारी रहेगी।
लेखक: पपीहा घोषाल
पीसी- dnaindia