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दिल्ली हाईकोर्ट ने मुस्लिम-वाल्मीकि दंपत्ति को सुरक्षा प्रदान की

24 मार्च 2021
दिल्ली उच्च न्यायालय की न्यायमूर्ति अनु मल्होत्रा ने एक अंतरधार्मिक जोड़े को पुलिस सुरक्षा प्रदान की, जिन्होंने 20 मार्च को भीड़ द्वारा हमला देखा था। माननीय न्यायालय ने दिल्ली पुलिस से स्थिति रिपोर्ट भी मांगी है।
दिल्ली हाईकोर्ट ने दंपति को सुरक्षा प्रदान की, जिसके बाद लड़के के परिवार ने उचित न्यायालय का दरवाजा खटखटाया। याचिकाकर्ता संख्या 1 और 2 ने प्रस्तुत किया कि उन्होंने हाल ही में 17.03.2021 को विवाह किया है। लड़की मुस्लिम समुदाय से थी, और लड़का वाल्मीकि समुदाय से था। लड़की ने बिना किसी दबाव के अपनी मर्जी से हिंदू धर्म अपना लिया। इसके अलावा, सीसीटीवी फुटेज में एक भीड़ को एक संकरी गली में घुसते हुए, लड़के और उसके परिवार को धमकाने के लिए दरवाजे तोड़ते, पत्थर फेंकते और पीटते हुए दिखाया गया। पड़ोसियों ने अपमानजनक जातिगत टिप्पणियां और लड़के के परिवार को जान से मारने की धमकियां सुनीं। याचिकाकर्ता ने आगे मांग की कि इस घटना की जांच एससी/एसटी अधिनियम के तहत की जाए।
दिल्ली पुलिस ने बताया कि एफ़आईआर में एससी/एसटी एक्ट के तहत अपराध के प्रावधान जोड़े गए हैं। दंपति के घर के सामने पुलिस बल की दो प्लाटून और दो पिकेट तैनात की गई हैं।
लेखक: पपीहा घोषाल